पैन कार्ड एक महत्वपूर्ण पत्र हैं. जो इस बात का सबूत हैं कि आप भारतीय आयकर दाता हैं. पैन कार्ड पर 10 अंको की एक संख्या होती हैं, जो कि एक यूनिक नंबर हैं इस नंबर के प्रत्येक अंक का एक मतलब होता हैं.
पैन कार्ड का पूरा नाम "परमानेंट अकाउंट नम्बर" होता है। ये एक identification कार्ड होता है जिसे हर तरह के फाइनेंसियल लेन देन के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
जानें पैन कार्ड पर लिखे हर नंबर का मतलब
पैन कार्ड नंबर के पहले तीन डिजिट अंग्रेजी लेटर होते हैं।
-ये AAA, ZZZ या कुछ भी हो सकते हैं।
-यह तीनों डिजिट कौन से होंगे इसे आयकर विभाग तय करता है।
-पैन कार्ड नंबर का चौथा डिजिट भी अंग्रेजी का शब्द होता है।
-यह धारक के स्टेटस को बताता है।
P- एकल व्यक्ति
F- फर्म
C- कंपनी
A- AOP ( एसोसिएशन ऑफ पर्सन)
T- ट्रस्ट
H- HUF (हिन्दू अनडिवाइडिड फैमिली)
B-BOI (बॉडी ऑफ इंडिविजुअल)
L- लोकल
J- आर्टिफिशियल जुडिशियल पर्सन
G- गवर्नमेंट के लिए
पैन कार्ड नंबर में दर्ज पांचवां डिजिट भी एक अंग्रेजी का शब्द होता है।
-यह धारक के सरनेम (जाति) के हिसाब से तय होता है।
-अगले चार डिजिट 0001 से लेकर 9999 तक कुछ भी हो सकते हैं।
-यह नंबर सीरीज मौजूदा समय में आयकर विभाग में चल रही सीरीज को दर्शाते है।
-इसका आखिरी डिजिट अल्फाबेट होता है, जो कोई भी हो सकता है।
पैन कार्ड आवेदन के ऑनलाइन स्टेप्स (Process of apply for PAN card Online):
ऑनलाइन आवेदन चाहे एनएसडीएल के पोर्टल ( https://tin.tin.nsdl.com/pan/index.html) अथवा चाहे यूटीआईटीएसएस के पोर्टल (https://www.utiitsl.com/UTIITSL_SITE/pan/index.html) के माध्यम से किया जा सकता है. प्रभावी तिथि 16/01/2014 से स्थाई खाता संख्या के ऑनलाइन आवेदन के लिए शुल्क भारतीय पत्राचार पते के लिए पैन आवेदन शुल्क रू. 93 (वस्तु एवं सेवा कर अलग से) तथा विदेशी पते के लिए पैन शुल्क रू. 864 (वस्तु एवं सेवा कर अलग से) कर दिया गया है। आवेदन के लिए भुगतान नेट बैंकिंग, क्रेटिड कार्ड अथवा डेबिट कार्ड द्वारा किया जा सकता है। एक बार प्रपत्र तथा भुगतान के जमा की जाती है तो आवेदक को एनएसडीएल/यूटीआईटीएसएल को कुरियर/डाक के माध्यम से समर्थित दस्तावेजों को भेजना आवश्यक हैं। केवल दस्तावेजों की प्राप्ति के पश्चात् ही एनएसडीएल/यूटीआईटीएसएल द्वारा स्थाई खाता संख्या आवेदक को प्रसंस्करित किया जाना चाहिए
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